RAS Pre Syllabus 2018 in Hindi (Updated) | RPSC RAS Prelims Syllabus 2018, Syllabus of RAS Pre. Exam 2018 (Hindi Version) updated is Given below : RAS Pre Exam Syllabus 2018-2019: Rajasthan Public Service Commission has been updated RPSC RAS Prelims Exam 2018 complete Syllabus and Exam pattern. RAS Pre New Exam Syllabus in English, Hindi: Rajasthan Public Service Commission (RPSC), Ajmer has issued New Pattern or Scheme of RAS Pre 2018. You can Check this post and know about the RAS Pre Exam Syllabus with new Scheme of Examination.
RAS Pre Syllabus 2018 in Hindi
Rajasthan public service commission, Ajmer द्वारा राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाए संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा ( RAS pre ) का आयोजन किया जाता है, आयोग की यह सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा है । प्रारम्भिक परीक्षा (Prelims Exam) में नीचे विनिर्दिष्ट विषय पर एक प्रश्न-पत्र होगा, जो वस्तुनिष्ठ प्रकार (Objective) का होगा और अधिकतम 200 अंकों का होगा.
आयोग ने हाल ही में RAS PRE 2016 परीक्षा का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा चुका है, अब RPSC RAS EXAM 2018 के लिए तैयारी कर रहा है, RPSC द्वारा जल्द ही RAS pre 2018 notification जारी करना संभावित है।
परीक्षा का उद्देश्य केवल स्क्रीनिंग परिक्षण (screening examination) करना है. प्रश्नपत्र का स्तरमान स्नातक डिग्री (graduate-level) स्तर का होगा. ऐसे अभ्यर्थियों द्वारा जो मुख्य परीक्षा (mains exam) में प्रवेश के लिए अर्हित घोषित किए गए हों, प्रारम्भिक परीक्षा में प्राप्त अंकों को उनका अंतिम योग्यता क्रम अवधारित करने के लिए संगणित नहीं किया जायेगा.
प्रश्नपत्र | विषय | अधितम अंक | समय |
I | सामान्य ज्ञान और सामान्य विज्ञान | 200 | तीन घंटे |
[alert-announce]नोट:-
१. प्रश्न पत्र में बहुविकल्पीय प्रकार के प्रश्न 150 प्रश्न (150 questions) होंगे व सभी प्रश्न समान अंक के होंगे.
२. मुल्यांकन में ऋणात्मक अंकन (negative marking) किया जायेगा, जिसमें प्रत्येक गलत उत्तर के लिए १/३ अंक काटे जायेंगे.
Check Out to download the Syllabus of RAS Pre. exam 2018 (Hindi Version)
राजस्थान का इतिहास, कला, संस्कृति, साहित्य, परम्परा एवं विरासत (History, Art, Culture, Literature Tradition & Heritage of Rajasthan)
- राजस्थान के इतिहास की महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएंए प्रमुख राजवंश, उनकी प्रशासनिक व राजस्व व्यवस्था। सामाजिक-सांस्कृतिक मुद्दे.
- स्वतंत्रता आन्दोलन, जनजागरण व राजनीतिक एकीकरण (Freedom Movement , Political Awakening and Integration)
- स्थापत्य कला की प्रमुख विशेषताएँ- किले एवं स्मारक (Salient features of Architecture – Forts and Monuments)
- कलाएँ, चित्रकलाएँ और हस्तशिल्प (Arts, Paintings and Handicrafts)
- राजस्थानी साहित्य की महत्त्वपूर्ण कृतियाँ, क्षेत्रीय बोलियाँ (Important Works of Rajasthani literature. Local Dilects)
- मेले, त्यौहार, लोक संगीत एवं लोक नृत्य (Fairs, Festivals, Folk Music and Folk Dances)
- राजस्थानी संस्कृति, परम्परा एवं विरासत (Rajsathani Culture, Traditions and Heritage)
- राजस्थान के धार्मिक आन्दोलन, संत एवं लोक देवता (Religious Movements, Saints& Lok devtas of Rajasthan)
- महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थल (Important Tourist Places)
- राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व (Leading Personalities of Rajasthan)
भारत का इतिहास प्राचीनकाल एवं मध्यकाल (Ancient and Medieval Indian History) – RPSC Syllabus
- प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत के इतिहास की प्रमुख विशेषताएँ एवं महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं (Salient features and Major Landmarks of Ancient and Medieval India)
- कला, संस्कृति, साहित्य एवं स्थापत्य (Art, Culture, Literature and Architecture)
- प्रमुख राजवंश, उनकी प्रशासनिक सामाजिक व आर्थिक व्यवस्था। सामाजिक-सांस्कृतिक मुद्दे, प्रमुख आन्दोलन (Major Dynasties, Administrative, Social and Economic system. Socio-cultural Issues, Prominent Movements)
आधुनिक काल (Modern Age):-
- आधुनिक भारत का इतिहास (18वीं शताब्दी के मध्य से वर्तमान तक)- प्रमुख घटनाएँ, व्यक्तित्व एवं मुद्दे (Modern Indian history from about the middle of the eighteenth century until the present- significant events, personalities, issues)
- स्वतंत्रता संघर्ष एवं भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन- विभिन्न अवस्थाएँ, इनमें देश के विभिन्न क्षेत्रों के योगदानकर्ता एवं उनका योगदान (The Freedom Struggle & Indian National Movement- its various stages and important contributors /contributions from different parts of the country)
- 19वीं एवं 20वीं शताब्दी में सामाजिक एवं धार्मिक सुधार आन्दोलन (Social and Religious reform movements in the 19th and 20th century)
- स्वातंत्र्योत्तर काल में राष्ट्रीय एकीकरण एवं पुनर्गठन ((Post-independence consolidation and reorganization within the country)
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