GST में की मुनाफाखोरी तो कं‍पनियों का रद्द होगा रजिस्ट्रेशन, नियम हुए नोटिफाई
GST में की मुनाफाखोरी तो कंपनियों का रद्द होगा रजिस्ट्रेशन, नियम हुए नोटिफाई: गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (जीएसटी) लागू होने के बाद कारोबारी और व्यापारी |||GST में की मुनाफाखोरी तो कंपनियों का रद्द होगा रजिस्ट्रेशन, नियम हुए नोटिफाई: गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (जीएसटी) लागू होने के बाद कारोबारी और व्यापारी |||GST में की मुनाफाखोरी तो कंपनियों का रद्द होगा रजिस्ट्रेशन, नियम हुए नोटिफाई: गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (जीएसटी) लागू होने के बाद कारोबारी और व्यापारी |||GST में की मुनाफाखोरी तो कंपनियों का रद्द होगा रजिस्ट्रेशन, नियम हुए नोटिफाई: गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (जीएसटी) लागू होने के बाद कारोबारी और व्यापारी |||GST में की मुनाफाखोरी तो कंपनियों का रद्द होगा रजिस्ट्रेशन, नियम हुए नोटिफाई: गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (जीएसटी) लागू होने के बाद कारोबारी और व्यापारी |||GST में की मुनाफाखोरी तो कंपनियों का रद्द होगा रजिस्ट्रेशन, नियम हुए नोटिफाई: गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (जीएसटी) लागू होने के बाद कारोबारी और व्यापारी |||GST में की मुनाफाखोरी तो कंपनियों का रद्द होगा रजिस्ट्रेशन, नियम हुए नोटिफाई: गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (जीएसटी) लागू होने के बाद कारोबारी और व्यापारी |

GST में की मुनाफाखोरी तो कंपनियों का रद्द होगा रजिस्ट्रेशन, नियम हुए नोटिफाई
यह है कार्रवाई का तरीका
- नियमों के तहत एंटी प्राफिटिंग अथारिटी का गठन होगा।
- अगर जीएसटी के तहत कम हुए टैक्स का लाभ ग्राहक को नहीं दिया तो कारोबारी को गलत तरीके से कमाए गए प्राफिट के साथ 18 फीसदी जुर्माना भी देना होगा।
- हर राज्य में बनेगी स्क्रीनिंग कमेटी, यह आने वाली शिकायतों का निपटारा करेगी।
- इन शिकायतों को दो माह के अंदर निपटाना होगा।
- अगर शिकायतें सही पाई गईं तो इन पर कार्रवाई के लिए डायरेक्टर जनरल ऑफ सेफगार्ड के पास कार्रवाई के लिए भेजी जाएंगी।
- डायरेक्टर जनरल ऑफ सेफगार्ड संबंधित पक्षों को नोटिस जारी करेंगे।
- इसके बाद डायरेक्टर जनरल ऑफ सेफगार्ड अपनी रिपोर्ट अथारिटी को देंगे।
- इसके बाद अथारिटी तीन माह के अंदर कार्रवाई करेगी।